भारत माता संगठन नागपूर द्वारा 70 गौउ माता को मौत के मुंह से बचाया गया
भारत माता संगठन का ईद के पहले बड़ा गौ-रक्षण अभियान
70 गौमाताओं को मौत के मुंह से बचाया
कन्हान के पास डिमरी गांव में स्थानीय नागरिक की सूचना पर पुलिस के साथ पहुंची टीम
कत्लखाने ले जाई जा रही थीं सभी गायें
डिमरी (कन्हान). ईद से पहले डिमरी गांव में एक बड़ी गौ-तस्करी का पर्दाफाश करते हुए भारत माता संगठन की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर 70 गायों को बचाने में सफलता पाई है. यह कार्रवाई तब की गई जब स्थानीय एक जागरूक नागरिक ने संगठन को गोवंश की अवैध तस्करी की सूचना दी. मामला सोमवार रात का है जब भारत माता संघटन को
खबर मिली कि डिमरी गांव के पास एक सुनसान जगह पर बड़ी संख्या में गायों को इकड्डा किया
गया है और उन्हें काटने के लिए ले जाया जाना है. सूचना मिलते ही संगठन के कार्यकर्ता तुरंत
हरकत में आए और कन्हान पुलिस को साथ लेकर घटनास्थल पर पहुंचे.
मौके पर पहुंचते ही स्थिति देखकर सभी दंग रह गए. करीब 70 गायों को ट्रकों में ठूंस-डूंस कर भरा गया था.
सभी को पास के कत्लखाने में ले जाने की तैयारी चल रही थी. भारत माता संघटन के कार्यकर्ताओं और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ट्रक जब्त किए गए और गोवंश को सुरक्षित निकाला गया. भारत माता संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी ने इस अभियान के बाद कहा, "यह सिर्फ गौमाता की रक्षा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और आस्था की रक्षा है. ईद के बहाने गायों की बलि देने की कोशिशें हम बर्दाश्त नहीं करेंगे." वहीं, पुलिस ने कहा कि इस मामले में संबंधित तस्करों के खिलाफ कड़ा मामला दर्ज किया जाएगा और गौ-हत्या रोकथाम कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल सभी 70 गायों को सुरक्षित गौशाला में स्थानांतरित कर दिया गया है. इस पूरी कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों में संतोष और गर्व की भावना है, जबकि संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर आगे भी इस तरह की घटनाएं सामने आईं. तो इससे भी सख्त कदम उठाए जाएंगे. यह अभियान एक उदाहरण है कि जब समाज जागरूक होता है, तो अपराधी मंसूबे नाकाम हो जाते है
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